| |
| | |
| | | |
| | | | |
| | | | |
| | | | | |
| | | | | |
| | | | | | |
| | | | | | | |
| | | | | | | |
| | | | | | |
| | | | | | | |
| | | | | | | | |
| | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | Hallo Max, okay..so wie ich lese hast Du, ähm, sehr pflichtbewusste Mitazubis, die es mit der vergebenen Kleiderordnung sehr ernst und überaus genau nehmen. Gut es ist denen ihre Sache, natürlich muss man sich ordentlich anziehen und einen seriösen Eindruck machen, vor allem auf der Filiale vor dem Kunden, das ist selbstverständlich. Auch vor den Ausbildern sollte man einen gepflegten Eindruck machen und die Kleiderordnung beachten, aber ich finde man muss es nicht übertreiben...und gerade beim Lerngruppentreffen wo nur die Azubis unter sich sind sollte es schon lockerer zugehen, damit es auch Spaß macht ;) das ist eigentlich auch ganz normal das man dort die Kleiderordnung lockert und das wissen bei uns auch die Ausbilder und für die ist es auch kein Problem, die haben uns alle schon mal auf Strümpfen oder barfuss gesehen, also es war echt kein Problem für die. Wie gesagt beim Lernen soll es bequem sein und für mich gehört es grundsätzlich dazu die engen Lederschuhe auszuziehen :D und im Sommer auch die Strümpfe, damit es einfach entspannter ist. Klar bei Letnseminaren ist es was anderes, aber beim Lerngruppentreffen muss das nicht sein, wir sitzen oft auch auf auf großen Sitzkissen oder in Sitzsäcken auf auf dem Boden und wenn ich daran denke in geschlossene Schuhen wie Glattleder Monks oder Schnürern in einem gemütlichen Sitzsack zu sitzen ist - das geht gar nicht find ich. Die Schuhe müssen dann einfach weg und erst in Strümpfen oder barfuss sitzt man da richtig drin. Am besten ist es ganz barfuss zu sein, das ist echt am besten und bequemsten. ^^ die engen Lederschuhe den ganzen Tag anzubehalten ist eh Quatsch und (zumindest bei mir) nicht mal auf der Filiale zwingend erforderlich. Deine Mitazubis sollten lockerer werden |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | |
| | | |
| | | | |
| | | | | |
| | | | | | |
| | | | | | | |
| | | | | | | | |
| | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | |
| | | |
| | | | |
| | | | | |
| | | | | | |
| | | | | | | |
| | | | | | | | |
| | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | | |
| | | |
| | | | |
| | | | | |
| | | | | | |
| | | | | | | |
|